“Alia Bhatt’s ‘Jigra’: A Disappointing Jailbreak Drama with No Fire!”
“Alia Bhatt’s ‘Jigra’: A Disappointing Jailbreak Drama with No Fire!”

Alia Bhatt की दमदार Jail Break कहानी में नहीं है जिगर की आग? जानें Vedang Raina की सजा का सच!

जिगर मां नहीं आग है गुलजार साहब ने लिखा था जिगर मां बड़ी आग है लेकिन आलिया भट्ट की फिल्म जिगरा देखने के बाद मुझे यही लगा जिगरा में तो कोई आग नहीं है। यह जेल ब्रेक की कहानी है।

सत्या यानी आलिया भट्ट अपने भाई वेदांग रैना को एक विदेशी जेल से बचाती हैं, जहां वो एक फर्जी केस में फंसा हुआ है और कुछ दिन बाद उसे मौत की सजा होनी है।

Movie Story
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कहानी प्रिडिक्टेबल है। उम्मीद थी कि ट्रीटमेंट बहुत मजेदार होगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। बहुत एवरेज ट्रीटमेंट है या मैं कहूंगा कि बिलो एवरेज ट्रीटमेंट है। भाई-बहन की कहानी है लेकिन इमोशंस डेवलप नहीं हो पाते।

आप कहीं भी महसूस नहीं करते कि यह भाई-बहन एक दूसरे के साथ जो है इनमें कोई बॉन्डिंग है या फिर एक दूसरे के बहुत क्लोज है। वो इमोशन आपको बिल्कुल महसूस नहीं होते।

Super Performance

फर्स्ट हाफ बहुत ओके है। सेकंड हाफ में आपको लगता है कि शायद अब कुछ होगा, कुछ मजा आएगा लेकिन ऐसा नहीं होता। आलिया भट्ट ओके लगी हैं। उनकी परफॉर्मेंस ठीक ठाक है। इससे बहुत बेहतर परफॉर्मेंसेस आलिया भट्ट दे चुकी हैं।

इसे उनका बेस्ट या वन ऑफ द बेस्ट तो बिल्कुल नहीं कहा जा सकता। वेदांग रैना के करियर की अभी शुरुआत है। दूसरी फिल्म आलिया भट्ट के साथ है। उनका काम ठीक-ठाक है लेकिन जब फिल्म में ही दम नहीं है तो वेदांग रैना और आलिया भट्ट क्या कर लेंगे।

कुल मिलाकर फिल्म आपको कोई वजह नहीं देती कि आप टिकट खरीद के फिल्म को देखें। इस फिल्म की रिलीज से जस्ट पहले करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शंस ने यह तय किया कि अब वो कोई भी फिल्म मीडिया को रिलीज से पहले नहीं दिखाएगा। रिलीज के दिन दिखाएगा।

ऐसा इसलिए भी किया जाता है कि रिव्यूज जल्दी ना आ जाएं और फिल्म जिस दिन रिलीज होनी है उस दिन मॉर्निंग में कलेक्शन डाउन ना हो जाए। लेकिन इस फिल्म को उसका भी फायदा नहीं मिला क्योंकि मैंने 11:00 बजे के शो में पिक्चर देखी और बमुश्किल चार-पांच लोग पिक्चर देख रहे थे। सब थिएटर ऑलमोस्ट खाली पड़े हुए थे। बुक माई शो पे अगर आप देखेंगे तो कोई खास भीड़ नहीं थी।

निष्कर्ष

वासन वाला इस बार पूरी तरह से चूक गए। आलिया भट्ट जैसी परफॉर्मर से भी वो कुछ नहीं निकाल पाए। मनोज पावा भी इस फिल्म में भाटिया साहब के किरदार में हैं। अच्छा काम किया है उन्होंने लेकिन फिल्म एक लेट डाउन है।

आप फिल्म से बहुत कुछ उम्मीद कर रहे थे क्योंकि फिल्म में आलिया भट्ट थी लेकिन यहां फिल्म आपको पूरी तरह से डिसपॉइंट करेगी। अगर आपको टाइम पास करना हो और आलिया की परफॉर्मेंस देखनी हो तो देख लीजिएगा यह फिल्म।

वरना मैं इस फिल्म को रिकमेंड नहीं करूंगा। मेरी तरफ से पांच में से डेढ़ स्टार्स। आप पिक्चर देखें तो बताइएगा कि आपको कैसी लगी।

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